छहढाला के प्रश्नोत्तरीजैन महापुरुषराजा श्रीपाल एवं मैना सुन्दरीइष्टोपदेश परीक्षापूजन में अष्ट द्रव्य चढ़ाने का क्रम एवं महत्व
श्रावक के षट् आवश्यक कर्म
दिगम्बर एवं श्वेताम्बर जैन
समवशरणमहावीर भगवान प्रश्नोत्तरी
आदिनाथ भगवान का प्रश्नोत्तर द्वारा परिचय
प्रश्न 1 - भगवान श्री आदिनाथ जी के कुछ प्रचलित नाम बताइये ?
उत्तर- (1) श्री आदिनाथ जी, (2) श्री ऋषभनाथ जी, (3) श्री वृषभनाथ जी, (4) श्री पुरूदेव जी, (5) श्री आदिब्रह्मा, (6) प्रजापति
प्रश्न 2 - भगवान आदिनाथ के नाम की सार्थकता क्या है?
उत्तर- तीर्थंकरों में प्रथम होने से उन्हें आदिनाथ कहा जाता है अथवा युग के आदि में होने से उन्हें आदिनाथ कहा जाता है।
प्रश्न 3 - भगवान आदिनाथ को ऋषभनाथ क्यों कहते हैं ?
उत्तर-युग की आदि में दीक्षा लेने तथा ऋषि समूह के नायक पति, स्वामी होने से उन्हें ऋषभनाथ कहते हैं।
प्रश्न 4 - भगवान आदिनाथ को वृषभनाथ क्यों कहते हैं ?
उत्तर- वृष धर्म को कहते हैं, धर्म का उपदेश देने तथा धर्म को धारण करने के कारण वे धर्मनाथ देव हुए, अतः उन्हें वृषभदेव कहते हैं अथवा भगवान की प्रतिमा चिन्ह वृषभ होने से भी उन्हें वृषभनाथ, वृषभदेव कहते हैं।
प्रश्न 5- भगवान आदिनाथ को आदि ब्रह्मा क्यों कहते हैं ?
उत्तर- क्योंकि भगवान प्रथम केवल ज्ञानी थे। समोवशरण में उनके चारों दिशाओं में मुख दिखने से उन्हें आदि ब्रह्मा कहते हैं।
प्रश्न 6- भगवान आदिनाथ को प्रजापति क्यों कहते हैं?
उत्तर- क्योंकि आदिनाथ भगवान ने प्रजा को असि, मसि आदि छः कर्मो का उपदेश देकर पालन किया था। अतः वे प्रजापति कहे जाते हैं।
प्रश्न 7- भगवान श्री आदिनाथ का जन्म कब हुआ था?
उत्तर-भगवान श्री आदिनाथ का जन्म तृतीय काल में हुआ था।
प्रश्न 8- भगवान श्री आदिनाथ का जन्म तृतीय काल में कब हुआ था ?
उत्तर-जब तृतीय काल में चौरासी लाख वर्ष पूर्व तीन वर्ष साढ़े आठ महीने प्रमाण काल शेष रह गया था तब श्री आदिनाथ जी का जन्म हुआ था।
प्रश्न 9- भगवान श्री आदिनाथ कहां से गर्भ में आये थे ?
उत्तर-सवार्थ सिद्धि नाम के अनुत्तर विमान से देव पर्याय को छोड़कर गर्भ में आये थे।
प्रश्न 10- भगवान श्री आदिनाथ के गर्भ कल्याणक की तिथि बताइये ?
उत्तर-आषाढ़ कृष्णा द्वितीया।
प्रश्न 11- भगवान श्री आदिनाथ का गर्भ नक्षत्र कौनसा था ?
उत्तर- रोहिणी नक्षत्र।
प्रश्न 12- भगवान श्री आदिनाथ कहां जन्में थे ?
उत्तर- अयोध्या नगरी में
प्रश्न 13- अयोध्या नगरी के अन्य नाम क्या हैं ?
उत्तर- साकेत नगरी, सकुशलता, विनीता एवं मिथलानगरी ।
प्रश्न14 - भगवान श्री आदिनाथ की माता का नाम क्या था ?
उत्तर-माता मरूदेवी।
प्रश्न 15- भगवान श्री आदिनाथ के पिता का नाम बताइये।
उत्तर- श्री नाभिराय जी।
प्रश्न 16- भगवान श्री आदिनाथ के पिता की विशेषता बताइये ?
उत्तर-भगवान श्री आदिनाथ के पिता श्री नाभिराय कुलकारों में अंतिम कुलकर थे।
प्रश्न 17- भगवान श्री आदिनाथ कौन-से वंश में जन्में थे ?
उत्तर-इक्ष्वाकु वंश में ।
प्रश्न 18- भगवान श्री आदिनाथ का जन्म कौन-सी तिथि में हुआ था ?
उत्तर-चैत्र कृष्णा नवमी में ।
प्रश्न 19- भगवान श्री आदिनाथ का जन्म नक्षत्र क्या था ?
उत्तर- उत्तराषाढ़ा नक्षत्र।
प्रश्न 20- भगवान श्री आदिनाथ की आयु कितनी थी ?
उत्तर- चौरासी लाख वर्ष पूर्व ।
प्रश्न 21- भगवान आदिनाथ का कुमार काल कितना था ?
उत्तर- बीस लाख वर्ष पूर्व।
प्रश्न 22- भगवान आदिनाथ जन्म से कितने ज्ञान के धारक थे ?
उत्तर- मति, श्रुत, अवधि तीन ज्ञान के धारक थे।
23 - भगवान श्री आदिनाथ किस भोज्य सामग्री का भोजन करते थे ?
उत्तर-स्वर्ग की दिव्य भोज्य सामग्री का।
प्रश्न 24- भगवान की भोज्य सामग्री कहां से आती थी ?
उत्तर- प्रतिदिन स्वर्ग से देवों द्वारा लायी जाती थी।
प्रश्न 25- भगवान श्री आदिनाथ के शरीर की ऊंचाई कितनी थी ?
उत्तर- भगवान श्री आदिनाथ के शरीर की ऊंचाई पांच सौ धनुष (दो हजार हाथ थी)।
प्रश्न 26- भगवान श्री आदिनाथ के शरीर का वर्ण बताइये ?
उत्तर- तपाये हुए स्वर्ण के समान ।
प्रश्न 27- भगवान श्री आदिनाथ की प्रतिमा का चिन्ह क्या है ?
उत्तर- वृषभ (बैल)।
प्रश्न 28- भगवान श्री आदिनाथ ने कितने वर्ष तक राज्य किया ?
उत्तर-त्रेरासी लाख पूर्व वर्ष तक ।
प्रश्न 29- भगवान श्री आदिनाथ के कितनी रानियां थीं ?
उत्तर-दो रानियां ।
प्रश्न 30- दोनों रानियों के नाम बताइये ?
उत्तर- नंदा व सुनंदा। अथवा यशस्वती ओर सुनंदा।
प्रश्न 31- यशस्वती एवं सुनंदा कन्यायें कौन थीं ?
उत्तर- ये दोनों कन्यायें राजा कच्छ एवं महाकच्छ की बहिनें थीं ।
प्रश्न 32- यशस्वी रानी से भगवान श्री आदिनाथ के कितने पुत्र हुए ?
उत्तर- यशस्वती रानी से चक्रवर्ती भरत, वृषभसेन, अंतविजय अनंतवीर्य अच्युतवीर्य, वीरवर वीर आदि सौ पुत्र हुए।
प्रश्न 33- यशस्वती रानी ने कौन-सी कन्या रत्न को जन्म दिया ?
उत्तर- ब्राह्मी नाम की कन्या को।
प्रश्न 34- भगवान श्री आदिनाथ की सुनंदा रानी से कौन-से पुत्र का जन्म हुआ ?
उत्तर- भगवान श्री बाहुबली का ।
प्रश्न 35- भगवान बाहुबली की क्या विशेषता थी ?
उत्तर-वे प्रथम कामदेव, चक्रीजित, पौदनपुर नरेश, तथा तद्भव मोक्षगामी थे ।
प्रश्न 36- भगवान बाहुबली की प्रमुख विशेषता क्या थी ?
उत्तर- उनके शरीर का वर्ण नील वर्ण तथा शरीर की ऊंचई सवा पांच सौ धनुष थी।
प्रश्न 37- भगवान भरत की विशेषता बताइये ?
उत्तर- वे प्रथम चक्रवर्ती, तद्भव मोक्षगामी अर्न्तमर्हूत में केवलज्ञान प्राप्त करने वाले थे । तथा उन्हीं के नाम से हमारे देश का नाम भारत वर्ष कहा जाता है।
प्रश्न 38- सुनंदा रानी से कौन-सी कन्या का जन्म हुआ ?
उत्तर-सुन्दरी नाम की कन्या का ।
प्रश्न 39- तीर्थंकरों के कन्यायें नहीं होती फिर श्री आदिनाथ के क्यों हुई ?
उत्तर- हुंडावसर्पिणी काल के दोष से ।
प्रश्न 40- भगवान श्री आदिनाथ ने ब्राह्मी कन्या को कौन-सी शिक्षा दी ?
उत्तर- भगवान श्री आदिनाथ ने ब्रह्मी कन्या को अ, आ, क ख आदि स्वर ओर व्यंजनों की शिक्षा दी। इसीलिए इस लिपि को ब्राह्मी लिपि कहा जाता है।
प्रश्न 41- भगवान श्री आदिनाथ ने सुन्दरी कन्या को कौन-सी शिक्षा दी ?
उत्तर- इकाई, दहाई, एक से लेकर दस आदि अंकों की शिक्षा दी ।
प्रश्न 42- भगवान श्री आदिनाथ ने अपने पुत्रों को कौन-सी शिक्षा दी ?
उत्तर- अर्थशास्त्र, नृत्यशास्त्र, चित्रकला,वास्तुशास्त्र, शिल्पशास्त्र, कामशास्त्र, आयुर्वेद, तन्त्र परीक्षा, रत्नपरीक्षा आदि अनेक शास्त्रों को पढ़ाया ।
प्रश्न 43- भगवान श्री आदिनाथ ने कौन-कौन-से वर्णों का प्रतिपादन किया ?
उत्तर-भगवान श्री आदिनाथ ने क्षत्रिय, वेश्य, शूद्र इन तीन वर्णों का विदेह क्षेत्र की व्यवस्था के अनुसार प्रतिपादन किया ।
प्रश्न 44- ब्राह्मण वर्ण की स्थापना किसने की ?
उत्तर- भरत चक्रवर्ती ने ।
प्रश्न 45- भगवान श्री आदिनाथ ने अपनी प्रजा को कौन-सी शिक्षा दी ?
उत्तर- भगवान श्री आदिनाथ ने प्रजा को षट्कर्म का उपदेश दिया-
1 असि
2 मसि
3 कृषि
4 वाणिज्य
5 विद्या
6 शिल्प
46- असि किसे कहते हैं ?
उत्तर-तलवार शस्त्र आदि धारण करना समाज की रक्षा करना असि कर्म कहलाता है।
प्रश्न 47- मसि किसे कहते है ?
उत्तर-लिखकर आजीविका करना मसि कर्म कहलाता है।
प्रश्न 48- भगवान श्री वृषभदेव को कृतयुग क्यों कहा जाता है?
उत्तर-कर्म युग का प्रारम्भ करने से उन्हें कृत युग कहा जाता है।
प्रश्न 49- भगवान श्री आदिनाथ को इक्ष्वाकु क्यों कहते हैं ?
उत्तर-भगवान ने मनुष्यों को इक्षु रस संग्रह करने का उपदेश किया इसीलिए उन्हें इक्ष्वाकु कहते हैं ।
प्रश्न 50- भगवान श्री आदिनाथ को कश्यप क्यों कहते हैं ?
उत्तर-काश्य-तेज के रक्षक हाने से उन्हें काश्यप कहते हैं ।
प्रश्न 51- भगवान को मनु, कुलकर क्यों कहा जाता है ?
उत्तर- उन्हें मनन करने से मनु तथा कुलों की व्यवस्था करने से कुलकर कुलधर कहा जाता है।
प्रश्न 52- भगवान श्री आदिनाथ के नाम बताइये ?
उत्तर- भगवान श्री आदिनाथ अन्य नाम हैं विधाता, स्त्रष्टा विश्वकर्मा मोक्ष विधाता आदि।
प्रश्न 53- भगवान री आदिनाथ को वैराग्य कैसे हुआ था ?
उत्तर-नृत्य करते हुए नीलांजना अप्सरा की मृत्यु जानकर ।
प्रश्न 54- भगवान श्री आदिनाथ की दीक्षा तिथि बताइये ?
उत्तर- चैत्र कृष्णा नवमी ।
प्रश्न 55- भगवान श्री आदिनाथ ने जब दीक्षा ली तो कौन सा नक्षत्र था ?
उत्तर-उत्तराषाढ़ा नक्षत्र ।
प्रश्न 56- भगवान श्री आदिनाथ ने कौन-से वन में दीक्षा ली ?
उत्तर- सिद्धार्थकवन में ।
प्रश्न 57- भगवान श्री आदिनाथ ने कौन-से समय दीक्षा ली ?
उत्तर- अपराह्न काल में ।
प्रश्न 58- दीक्षा के लिए इन्द्र द्वारा कौन-सी पालकी लाई गई थीं ?
उत्तर-सुदर्शन नामक पालकी ।
प्रश्न 59- सर्वप्रथम पालकी किसने उठाई ?
उत्तर-राजाओं ने ।
प्रश्न 60- पालकी उठाने का क्रम बताइये ?
उत्तर- राजाओं के बाद विद्याधरों ने फिर वैमानिक देवों ने, फिर भवनत्रिक देवों ने पालकी उठाई ।
प्रश्न 61- भगवान श्री आदिनाथ ने दीक्षा कहां ली थी ?
उत्तर- प्रयाग में ।
प्रश्न 62- प्रयाग नाम की सार्थकता बताइये ?
उत्तर-जिस स्थान पर दीक्षा के लिए प्रजा ने उनकी पूजा की उसी स्थान का नाम प्रयाग पड़ा।
प्रश्न 63- अपराह्न काल किसे कहते हैं ?
उत्तर- सांय काल को ।
प्रश्न 64- भगवान श्री आदिनाथ ने दीक्षा किस प्रकार ली ?
उत्तर-भगवान पूर्व दीशा की ओर मुख करके पद्मासन से विराजमान हुए और नमः सिद्धेभ्यः कहकर सिद्धो को नमस्कार करके पंच मुष्ठी केशलोंच करके दिगम्बरी दीक्षा धारण की।
प्रश्न 65- भगवान श्री आदिनाथ ने कितने राजाओं के साथ दीक्षा ली ?
उत्तर- चार हजार राजाओं के साथ ।
प्रश्न 66- दीक्षा के उपरांत कौन-सा ज्ञान प्रकट हुआ ?
उत्तर- दीक्षा अर्न्तमूर्हत बाद ही भगवान को मन: पर्यय नाम का चौथा ज्ञान प्रकट हुआ ।
प्रश्न 67- भगवान श्री आदिनाथ के दीक्षोपवास बताइये ?
उत्तर- षष्ठोपवास ।
प्रश्न 68- भगवान का छदमस्थ काल कितने वर्षों का था ?
उत्तर- एक हजार वर्ष का ।
प्रश्न 69- छदमस्थ काल किसे कहते हैं ?
उत्तर- दीक्षा लेने से लेकर केवलज्ञान प्रकट होने के काल को छदमस्थ काल कहते हैं ।
प्रश्न 70- भगवान श्री आदिनाथ ने कितने वर्षों तक तपस्या की ?
उत्तर- एक हजार वर्षों तक ।
71- भगवान श्री आदिनाथ को केवलज्ञान कौन-सी तिथि को प्रकट हुआ ?
उत्तर- फाल्गुनी कृष्णा एकादशी को ।
प्रश्न 72- भगवान श्री आदिनाथ का आहार कहां हुआ था ?
उत्तर- हस्तिनापुर नगर में ।
प्रश्न 73- भगवान श्री आदिनाथ का आहार कितने समय बाद हुआ?
उत्तर-1 वर्ष 39 दिन बाद ।
प्रश्न 74- भगवान श्री आदिनाथ को आहार किसने दिया था?
उत्तर-हस्तिनापुर के राजा श्रेयांस व भाई सोम-प्रभ ने।
प्रश्न 75- भगवान श्री आदिनाथ का आहार कौन-सी तिथि को हुआ था ?
उत्तर-बैसाख शुक्ला तृतीया को ।
प्रश्न 76- उपरोक्त तिथि को क्या कहते हैं ?
उत्तर-आखा तीज, अक्षय तृतीया ।
प्रश्न 77- इसे आखा तीज क्यों कहते हैं ?
उत्तर-क्योंकि उस दिन भगवान को दिया गया आहार अक्षय हो गया था।
प्रश्न 78- भगवान श्री आदिनाथ ने किस वस्तु का आहार लिया था ?
उत्तर-इक्षु रस (गन्ने का रस) ।
प्रश्न 79- भगवान श्री आदिनाथ को आहार पहले क्यों नहीं मिला ?
उत्तर-क्योंकि भगवान श्री आदिनाथ के पहले मुनि नहीं थे एवं आहार दान के लिए आवश्यक नवधा भक्ति करना कोई नहीं जानता था।
प्रश्न 80- नवधा भक्ति का ज्ञान राजा श्रेयांस को कैसे हुआ ?
उत्तर-भगवान के रूप को देखकर राजा श्रेयांस को जातिस्मरण हो गया तथा उसनेविचार किया कि आठ भाव पूर्व भगवान श्री आदिनाथ राजा वज्रंध थे और मैं रानी श्रीमती का जीव था हम दोनों ने दो चारण ऋद्धिधारी मुनियों को आहार दिया था।
प्रश्न 81- नवधा भक्ति किसे कहते हैं ?
उत्तर-(1) पड़गाहन, (2) उच्च आसन देना, (3) चरण धोना (पाद प्रक्षालन), (4) पूजा करना, (5) नमस्कार करना, (6) मन शुद्धि बोलना, (7) वचन शुद्धि बोलना, (काय शुद्धि बोलना, (9) आहार ग्रहण करने को बोलना।
प्रश्न 82- भगवान श्री आदिनाथ को केवलज्ञान कहां प्रकट हुआ था ?
उत्तर- पुरिमतालपुर नगर में ।
प्रश्न 83- भगवान श्री आदिनाथ को केवलज्ञान कौन-से-वन (उद्यान) में प्रकट हुआ था ?
उत्तर-शकटास्य नाम के उद्यान में ।
प्रश्न 84- भगवान श्री आदिनाथ को किस वृक्ष के नीचे केवलज्ञान हुआ था ?
उत्तर- वट वृक्ष (न्यग्रोध वृक्ष) के नीचे ।
प्रश्न 85- पुरिमतालपुर के राजा कौन थे ?
उत्तर- भगवान श्री आदिनाथ के पुत्र और भर के भाई वृषभसेन इस नगर के राजा थे ।
प्रश्न 86- भगवान को केवलज्ञान कौन से नक्षत्र में हुआ था ?
उत्तर- उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में ।
प्रश्न 87- भगवान श्री आदिनाथ के प्रथमगणधर कौन थे ?
उत्तर-वषभसेन प्रथम गणधर ।
प्रश्न 88- भगवान के कितने गणधर थे ?
उत्तर- भगवान के चौरासी गणधर थे ।
प्रश्न 89- भगवान श्री आदिनाथ को केवलज्ञान किस समय हुआ?
उत्तर-पूर्वाह्न काल में।
प्रश्न 90- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण का विस्तार कितना था ?
उत्तर-बारह योजन ।
प्रश्न 91- भगवान श्री आदिनाथ का केवली काल बताइये ?
उत्तर- एक लाख पूर्व एक हजार वर्ष ।
प्रश्न 92- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में ऋषि-मनियों की संख्या बताइये।
उत्तर- चैरासी हजार ।
प्रश्न 93- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में पूर्वधर मुनियों की संख्या बताइये ?
उत्तर- चार हजार सात सौ पचास ।
प्रश्न 94- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में शिक्षक मुनि कितने थे ?
उत्तर- चार हजर एक सौ पचास ।
प्रश्न 95- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में अवधिज्ञानी मुनियों की संख्या बताइये।
उत्तर-नौ हजार।
प्रश्न 96- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में केवली मुनि कितने थे ?
उत्तर-बीस हजार ।
प्रश्न 97- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में विक्रियाधारी मुनि कितने थे?
उत्तर-बीस हजार छः सौ।
प्रश्न 98- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में विपुलमति ज्ञान के धारक कितने मुनि थे ?
उत्तर- बारह हजार सात सौ पचास मुनि।
प्रश्न 99- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में वादी मुनियों की संख्या बताइये।
उत्तर- बारह हजार सात सौ पचास।
प्रश्न 100- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में कितनी आर्यिकायें थीं ?
उत्तर-तीन लाख पचास हजार।
प्रश्न 101- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण की प्रमुख आर्यिका का नाम बताइये।
उत्तर- आर्यिका श्री ब्राह्मी, आर्यिका श्री सुन्दरी।
प्रश्न 102- भगवान श्री आदिनाथ की शासन देवी का नाम बताइये।
उत्तर-श्री चक्रेश्वरी देवी।
प्रश्न 103- भगवान श्री आदिनाथ के शासन देव का नाम बताइये ?
उत्तर-श्री गोमुख यक्ष ।
प्रश्न 104- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में कितने श्रावक थे ?
उत्तर- तीन लाख।
प्रश्न 105- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में कितनी श्राविकायें थीं ?
उत्तर- पांच लाख ।
प्रश्न 106- भगवान श्री आदिनाथ की मोक्ष तिथि बताइये ?
उत्तर- माघ कृष्णा-चौदस ।
प्रश्न 107- भगवान श्री आदिनाथ को मोक्ष किस समय हुआ ?
उत्तर- पूर्वाह्न काल में ।
प्रश्न 108- भगवान श्री आदिनाथ कौन-से नक्षत्र में मोक्ष गये ?
उत्तर- (अभिजित नक्षत्र) में ।
प्रश्न 109- भगवान श्री आदिनाथ कौन-से स्थान से मोक्ष गये ?
उत्तर- कैलाश पर्वत से ।
प्रश्न 110- भगवान श्री आदिनाथ के साथ कितने मुनि मोक्ष गये?
उत्तर-दस हजार मुनि ।
प्रश्न 111- भगवान श्री आदिनाथ ने योगनिवृत्ति कितने दिन पूर्व की थी ?
उत्तर-चौदह दिन पूर्व ।
प्रश्न 112- भगवान श्री आदिनाथ के शासनदेव यक्ष का दूसरा नाम बताइये।
उत्तर- गोवदन यक्ष ।
प्रश्न 113- कैलाश पर्वत का दूसरा नमा क्या है ?
उत्तर-अष्टापद।
प्रश्न 114- भगवान श्री आदिनाथ
कौन-से काल में मोक्ष गये ?
उत्तर- तृतीय काल।
प्रश्न 115- भगवान श्री आदिनाथ कौन-से आसन से मोख गये ?
उत्तर-पर्यंकासन से ।
प्रश्न 116- भगवान श्री आदिनाथ के चौरासी गणधरों के नाम बताइये ?
उत्तर- (1) श्री वृषभसेन, (2) श्री कुंभ, (3) श्री हणरथ, (4) श्री शतधनु, (5) श्री देवशर्मा, (6) श्री देवभाव (7) श्री नंदन ( श्री सोमदत्त, (9) श्री सुरदत्त (10) श्री वायु शर्मा (11) श्री यशोबाहु, (12) श्री देवाग्नि, (13) श्री अग्निदेव, (14) श्री अग्नि गुप्त, (15) श्री मित्रग्नि, (16) श्री हलभृत, (17) श्री महीधर (18) श्री महेन्द्र (19) श्री बसुदेव (20) श्री बसुंधरू (21) श्री अचल (22) श्री मेरू (23) श्री मेरूधन (24) श्री मेरूभूति (24) श्री सर्वयश, (26) श्री सर्वयज्ञ (27) श्री सर्वगुप्त (28) श्री सर्वप्रिय (29) श्री सर्वदेव (30) श्री सर्व विजय (31) श्री विजयगुप्त (32) श्री विजय मित्र (33) श्री विजयिल (34) श्री अपराजित, (35) श्री वसुमित्र (36) श्री विश्वसेन (37) श्री साधु सेन (38) श्री सत्यदेव (39) श्री देवसत्य (40) श्री सत्यगुप्त (41) श्री सत्यमित्र (42) श्री निर्मल (43) श्री विनीत (44) श्री संवर (45) श्री मुनिगुप्त (46) श्री मुनिदत्त (47) श्री मुनियज्ञ (48) श्री मुनिदेव (49) श्री मुनिमित्र (50) श्री मित्रयज्ञ (51) श्री स्वयंभू (52) श्री भगदेव (53) श्री भगदत्त (54) श्री भगफल्गू (55) श्री गुप्तफल्गू (57) श्री मित्र फल्गू (58) श्री प्रजापति (58) श्री सर्वसंघ (59) श्री वरूण (60) श्री धनपालक (61) श्री मद्यवान (62) श्री तेजा राशि (63) श्री महावरी (64) श्री महारथ (65) श्री विशालाक्ष (66) श्री महाबल (67) श्री शचिशाल (68) श्री वज्र (69) श्री वज्रसार (70) श्री चन्द्रचूल (71) श्री जयकुमार (72) श्री महारस (73) श्री कच्छ (74) श्री महाकच्छ (75) श्री नमि (76) श्री विनामि (77) श्री बल (78) श्री अतिबल (79) श्री भद्र बल (80) श्री नंदी (81) श्री महाभागी (82) श्री नंदमित्र (83) श्री कामदेव (84) श्री अनुपम ।
117- भगवान श्री आदिनाथ किस समय मोक्ष गये ?
उत्तर- जब चतुर्थकाल प्रारम्भ होने में तीन वर्ष, आठ माह और पन्द्रह दिन शेष रह गये तब वे मोक्ष गये ।
प्रश्न 118- आदिनाथ भगवान दस भव पूर्व किस पयार्य में थे ?
उत्तर-महावल नाम के विद्याधर ।
प्रश्न 119- भगवान श्री आदिनाथ नौवें भव में कौन-सी पर्याय में थे ?
उत्तर-ऐशान स्वर्ग में ललितांग नाम के देव ।
प्रश्न 120- भगवान श्री आदिनाथ आठवें भव में कौन-सी पर्याय में थे ?
उत्तर-राजा वज्रजंघ ।
प्रश्न 121- भगवान श्री आदिनाथ सातवें भव में कौन सी पर्याय में थे ?
उत्तर- सातवें भव में भोगभूमिज आर्य ।
प्रश्न 122- छठवें भव में भगवान श्री आदिनाथ कौन थे ?
उत्तर-श्रीधर नाम के देव ।
प्रश्न 123- पांचवे भव में भगवान श्री आदिनाथ कौन थे ?
उत्तर- सुविधि नाम के राजा ।
प्रश्न 124- चौथे भव में भगवान श्री आदिनाथ कौन थे ?
उत्तर-अच्युत स्वर्ग के इन्द्र ।
प्रश्न 125- तीसरे भव में भगवान श्री आदिनाथ कौन थे ?
उत्तर-वज्रनाभि नाम के चक्रवर्ती ।
प्रश्न 126- दूसरे भव में भगवान श्री आदिनाथ कौन थे?
उत्तर- स्वार्थसिद्धि नाम के विमान में ।
भगवान आदिनाथ जी के समवसरण प्रश्न १२७ (१) में प्रथम श्रोता कौन थे ?
उत्तर- चक्रवर्ती भरत ।
प्रश्न 127- भगवान श्री आदिनाथ को दशावतारी क्यों कहते हैं ?
उत्तर-उपरोक्त १० अवतारों के कारण ।
प्रश्न 128- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में प्रमुख श्रावक कौन थे ?
उत्तर- द्रढव्रत नाम के श्रावक ।
प्रश्न 129- भगवान के समवसरण में प्रमुख श्राविका कौन थी ?
उत्तर-सुव्रता नाम की श्राविका ।
प्रश्न 130- भगवान श्री आदिनाथ के समय में कौन-से चक्रवती राजा हुए ?
उत्तर- भरत चक्रवर्ती ।
प्रश्न 131- भगवान श्री आदिनाथ के समय में कौन-से कामदेव हुए ?
उत्तर-भगवान बाहुबली ।
प्रश्न 132- भगवान श्री आदिनाथ के समवसरण में प्रथम श्रेाता कौन थे ?
उत्तर-चक्रवर्ती भरत।
प्रश्न 133- कौन-से तीर्थकर को सभी धर्मों में पूजा जाता है।
उत्तर- भगवान श्री आदिनाथ को।
प्रश्न 134- इस्लाम धर्म में भगवान आदिनाथ को क्या माना गया है ?
उत्तर- आदम बाबा ।
प्रश्न 135- ऋग्वेद में भगवान श्री आदिनाथ का नाम कहां आया है ?
उत्तर- सूक्त नं. 94 मंत्र नम्बर 10 ।
प्रश्न 136- अर्थवेद में भगवान श्री आदिनाथ का नाम कहां आया हैं ?
उत्तर-अर्थवेद में का0 16 में, भाग 5 स्कंध 6 अध्याय में।
प्रश्न 137- वायुपुराण में भगवान श्री आदिनाथ का नाम कहां आया है?
उत्तर-वायुपुराण, 31 5052 ।
प्रश्न 138- भगवान श्री आदिनाथ के काल में कौन से रूद्र हुए ?
उत्तर-भीमावलि ।
प्रश्न 139- भगवान श्री आदिनाथ को ब्रह्मा क्यों कहते हैं ?
उत्तर-समवसरण में चारों दिशाओं में मुख दिखने से ।
प्रश्न 140- वैदिक ग्रन्थों में भगवान श्री आदिनाथ को विष्णु का कौन सा अवतार माना गया है ?
उत्तर-आठवां अवतार ।
141- भगवान श्री आदिनाथ को पुरूषोत्तम क्यों कहते हैं ?
उत्तर- समस्त मानवों, पुरूषों में सर्वोत्तम होने से ।
प्रश्न 142- भगवान श्री आदिनाथ को विष्णु क्यों कहते है ?
उत्तर-अपने केवलज्ञान से समस्त जीवों का हित करने , पालन से ।
प्रश्न 143- भगवान श्री आदिनाथ को शंकर क्यों कहते हैं ?
उत्तर-सभी जीवों को शं अर्थात सुख प्रदान करने से ।
प्रश्न 144- भगवान श्री आदिनाथ को बुद्ध क्यों कहते हैं?
उत्तर-केवलज्ञान रूपी सुबुद्धि उत्पन्न होने के कारण।
प्रश्न 145- भगवान श्री आदिनाथ की स्तुति कौन-कौन से स्त्रोत में की गयी है ?
उत्तर-स्वयंभू स्तोत्र, सभी ग्रन्थों पुराणों में, भक्तामर स्तोत्र में ।
प्रश्न 146- भगवान श्री आदिनाथ के अनुबद्ध केवली कितने थे ?
उत्तर- चौरासी ।
प्रश्न 147- भगवान श्री आदिनाथ के समय में कौन-से नारायण हुए ?
उत्तर- कोई नहीं ।
प्रश्न 148- भगवान श्री आदिनाथ के काल में कौन से बलभद्र हुए ?
उत्तर-कोई नहीं ।
प्रश्न 149- भगवान श्री आदिनाथ के काल में कौन-से प्रतिनारायण हुए?
उत्तर-कोई नहीं ।
प्रश्न 150- इस हुंडावसर्पिणी काल के प्रथम चक्रवती का नाम बताइये।
उत्तर-भरत चक्रवर्ती ।
प्रश्न 151- भगवान श्री आदिनाथ के समोशरण में विद्यमान कितने मुनि ने अनुत्तर विमानों में जन्म लिया।
उत्तर-बीस हजार मुनियों ने ।
प्रश्न 152- श्री आदिनाथ भगवान के कितने शिष्यों ने मुक्ति पद प्राप्त किया?
उत्तर- साठ हजार नौ सौ मुनियों ने।
प्रश्न 153- श्री आदिनाथ भगवान के कितने शिष्यों ने सौधर्म स्वर्ग में ग्रैवेयक तक के स्वर्गों को प्राप्त किया ?
उत्तर- तीन हजार एक सौ मुनियों ने ।
प्रश्न 154- श्री आदिनाथ भगवान के तीर्थ प्रवर्तन काल का समय बताइये।
उत्तर- पचास लाख करोड़ सागर तथा एक पूर्वांगकाल।
आदिनाथ भगवान के 100 पुत्रों के नाम
भरत
बाहुबली
अनन्त विजय
विश्वकर्मा
वृषभसेन
सुभक्षण
अमल
चित्रांग
ख्यातकीर्ति
वरदत्त
सागर
यशोधर
अमर
रथवर
कामदेव
ध्रुव
वच्छ
नन्द
सुर
सुनन्द
कुरु
अंग
वंग
कौशल
वीर
कलिंग
मागध
विदेह
संगम
दशार्ण
गम्भीर
वसूचर्मा
सुवर्मा
राष्ट्र
सुराष्ट्र
बुद्धिकर
विविधकर
सुयश
यशकीर्ति
यशस्कर
कीर्तिकर
सूरण
ब्रह्नसेन
विक्रांत
नरोत्तम
पुरुषोत्तम
चन्द्रसेन
महासेन
नम:सेन
भानु
सुकान्त
पुष्पयुत
श्रीधर
दुर्धर्ष
सुसुमार
दुर्जय
अजेयमान
सुधर्मा
धर्मसेन
आनन्दन
आनन्द
नन्द
अपराजित
विश्वसेन
हरिषेण
जय
विजय
विजयंत
प्रभाकर
अरिदमन
मान
महाबाहु
दीर्घबाहु
मेघ
सुघोष
विश्व
वराह
सुसेन
सेनापति
कपिल
शैलविचार
अरिंजय
कुंजरबल
जयदेव
आगदत्त
काश्यप
बल
धीर
सुभमति
सुमति
पद्मनाथ
सिंह
सुजाति
संजय
सुनाम
नरदेव
चित्तहर
सुरवर
दृढरथ
प्रभंजन