- पारस प्यारा लागो
- सोते सोते ही निकल गयी, सारी जिन्दगी
- जैन धर्म के हीरे मोती
- माता तू दया करके
- रात्रं दिवस देवा तुझी मूर्ति ध्यानं
- निरखत जिनचन्द्र-वदन
- आया, आया, आया तेरे दरबार में
- चन्द्रानन जिन चन्द्रनाथ के
- तुझे प्रभु वीर कहते हैं
- तेरी शीतल-शीतल मूरत
- म्हारा आदीश्वर जी की
- मनहर तेरी मूरतिया
- पद्मसद्म पद्मापद पद्मा
- आज मैं महावीर जी आया
- जगदानंदन जिन अभिनंदन
- रंग मा रंग मा
- चँवलेश्वर पारसनाथ
- जिनवर-आनन-भान निहारत
- रोम रोम में नेमि कुंवर के
- घड़ि-घड़ि पल-पल छिन-छिन
- मैं तेरे ढिंग आया रे
- प्रभु जी अब ना भटकेंगे
- भावना की चुनरी
- शुद्धात्मा का श्रद्धान होगा
- मन भाये चित हुलसाये
- शुद्धात्मा का श्रद्धान होगा
- वीतरागी देव तुम्हारे जैसा
- आया कहां से, कहां है
- आये तेरे द्वार सुन ले
- तुम जैसा मैं भी बन जाऊं
- देखो जी आदीश्वर स्वामी
- ओ जगत के शान्तिदाता
- करुणा सागर भगवान
- चाह मुझे है दर्शन की
- पारस प्रभु का दर्शन होगा